फीस चुकाने के लिए वेटर तक बने लिखने और फुटबॉल के शौक़ीन
इन्फोसिस के सह -संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद है | ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में सबसे आगे चल रहे है
जन्म -12 मई 1980 इंग्लैंड
शिक्षा -एमबीए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी

दुनिया भर में फेमस स्टार वार्स मूवी के वो करैक्टर आपको जरुर याद होंगे जो हांथों में रोशिनी से बनी एक तलवार लेकर दुश्मनों का नाश करते है | इन्हें जेडी कहा जाता है ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौर में सबसे आगे चल रहे भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक भी बचपन में ऐसे ही दुश्मनों का नाश करना चाहते थे | उन्होंने सपना बुना कि बड़े होकर वे जेडी ही बनेंगे दीवानगी इस हद तक थी कि स्टार वार के लोगों और जेडी के सैकड़ो स्टिकर्स का कलेक्शन इन्होने कर रखा था | एक मध्यम वर्गीय परिवार में पले बढे सुनक ने इंग्लैंड के विनचेस्टर स्कूल में पढाई के दौरान स्कालरशिप न मिल पाने के कारन फीस भरने के लिए होटल में वेटर तक काम किया | फुटबॉल और फिटनेस के शौक़ीन सुनक लेखन का शौक रखते है | ये अभी तक चार किताबें लिख चुके है | सुनक ने वित्त मंत्री रहते हुए पिछले साल दिवाली पर महात्मा गाँधी और कमल के फूल वाला सिक्का जारी किया था | उन्होंने कहा यह सिक्का जारी करते हुए हिन्दू होने पर मुझे गर्व हो रहा है | 2015 में जब वे पहली बार संसद बने तो इन्होने गीता पर हाँथ रखकर पद की शपथ ली थी | वे त्योहारों पर अक्क्सर परिवार के साथ मंदिर जाते है | सुनक शराब नहीं पीते , लेकिन कोक को लेकर खुद को एडिकटेड मानते है |
गोल्डमैन साक्स में एनलिस्ट रहे अब प्रधानमंत्री की दौड़ में
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद ऋषि ने 2001 से 2004 तक निवेश बैंक गोल्डमैन सैश के लिए विश्लेषक के रूप में काम किया | इसके बाद ये मेजर हेज फण्ड में पार्टनर बन गए | इन्होने 2010 में इन्वेस्टमेंट फर्म thelem पार्टनर्स की स्थापना की| ससुर नारायण मूर्ति की इन्वेस्टमेंट कंपनी कटमरैन वेंचर्स के डायरेक्टर बन गए | 2014 में इन्होने कंजर्वेटिव पार्टी को ज्वाइन कर लिया | साल 2015 में यार्कशायर में रिचमंड शहर से पहली बार सांसद चुने गए | इसके बाद 2017 और 2019 में फिर सांसद बने | पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा में के कार्यकाल में इन्हें जूनियर मंत्री बनाया गया | 2019 में बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री बने | फरवरी 2022 में ये चांस लर बनाये गए | 5 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन में आत्मविश्वास की कमी का हवाला देते हुए चांसलर पद से इस्तीफा दे दिया |
wife ब्रिटेन की स्थायी निवासी नहीं इनके पास यूएस का ग्रीन कार्ड
सुनक व अक्षता संयुक्त रूप से ब्रिटेन के 222 वे अमीर व्यक्ति है |
इनकी पत्नी अक्षता ने खुद को ब्रिटेन का निवासी घोषित नहीं किया है |
सुनक के पास अमेरिका का ग्रीन कार्ड है ये अमेरिका में टैक्स भरते है |
भारत से अफ्रीका फिर इंग्लैंड पहुंचा परिवार
सुनक का जन्म भारतीय पंजाबी हिन्दू माता -पिता यशवीर और उषा सुनक के घर हुआ था |पिता सामान्य चिकित्सक थे माँ फार्मासिस्ट थी | ऋषि तीन भाई बहनों में सबसे बड़े है , इनके छोटे भाई संजय मनोवैज्ञानिक है| बहन राखी विदेश राष्ट्रमंडल और संयुक्त राष्ट्र के फण्ड और कार्यकर्मों के प्रमुख के रूप में काम करती है | इनके दादा -दादी पंजाब में पैदा हुए थे | 1960 के दशक में पूर्वी अफ्रीका से बच्चों के साथ ब्रिटेन में जाकर बस गए | ऋषि ने 2009 में भारतीय टेक कंपनी इनफ़ोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से शादी की है इनकी अक्षता से मुलाकात स्टैनफोर्ड में पढाई के दौरान हुई थी |
पत्नी अक्षता ने विदेशों से हुई कमाई पर नहीं चुकाया टैक्स
ब्रिटेन के जिस पार्टीगेट स्कैंडल की वजह से बोरिस जॉनसन की किरकिरी हुई थी उस मामले में सुनक को भी फिक्स्ड पेनाल्टी नोटिस जारी किया गया था | वे ब्रिटेन के इतिहास में चांसलर के पद पर रहते हुए नियम तोड़ने वाले पहले व्यक्ति है |
पत्नी अक्षता मूर्ति द्वारा विदेशों में जमा पूंजी पर टैक्स नहीं चुकाने का आरोप लगा | इससे इनकी प्रतिष्ठा काफी धूमिल हुई |

आप्रवासी के प्रधानमंत्री बनने पर लोगों को आपत्ति नहीं
इराक से आये लोग कहते है प्रधानमंत्री पद के लिए दुसरे देशों से आये लोगों की दावेदारी ब्रिटिश ड्रीम के साकार होने की कहानी है |ब्रिटेन ऐसी खास जगह है , जहाँ कोशिश करने वाला कोई भी व्यक्ति और उसके बच्चे कामयाव हो सकते है अन्य देश में पिछड़ जाता और भुला दिया जाता |स्कूल की पढाई पूरी करने से पहले ही मेरा भविष्य ख़त्म हो जाता | इस कथन में कुछ सच्चाई तो है | 2019 में एक सर्वे में 88 % ब्रिटिश नागरिकों ने कहा था उन्हें दुसरे देश से आये अल्पसंख्यक के प्रधानमंत्री बनने पर एतराज नहीं है यूरोपियन यूनियन के किसी भी देश से यह प्रतिशत अधिक है |
ऋषि सुनक की दावेदारी ब्रिटेन में एशियाई के प्रभाव का संकेत
कंजर्वेटिव पार्टी में दुसरे देशों से आये योग्य लोगों को आगे बढ़ने की परंपरा
आपको एक युवा महिला कि कहानी बताना चाहता हूँ | उन्होंने वर्षों पहले अपने परिवार के प्रति प्रेम कि भावना और बेहतर जीवन कि उम्मीद में एक प्लेन में सवार होकर अपने सफर की शुरुआत की थी | भारतीय मूल के ऋषि सुनक इस तरह एक विडियो में कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता और ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए अपने अभीयान की शुरुआत करते है | वे अपनी माँ का जिक्र कर रहे होते है सुनक के माता -पिता पूर्व अफ्रीका से ब्रिटेन आये थे | उनकी दावेदारी ब्रिटेन में एशियाई और अफ्रीकी मूल के लोगों के बढ़ते प्रभाव और आत्मविश्वास कि झलक पेश करती है |
कुछ अन्य दावेदारों की कहानी भी सुनक से मिलती -जुलती है ,मौजूदा वित्त मंत्री नदीम जहावी बताते है मै एक पिता हूँ आप्रवासी हूँ |मैंने अपने बूते कारोबार खड़ा किया है वे 11 साल की आयु में शरणार्थी के रूप में ब्रिटेन आये थे
महंगाई कम करने के मुद्दे को जोर शोर से उठा रहे है
सुनक ने एक टीवी डिबेट में कहा कि यदि वे प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए तो टैक्स में कटौती करेंगे |बिजली कि सबसे बड़ी समस्या है इसके लिए आपूर्ति में सुधार किया जायेगा | सुनक ने अच्छे पैकेज वाली नौकरियों देने का भी वादा किया | सुनक अपने भाषणों में कंजरवेटिव पार्टी के श्वेत वोटरों को ध्यान में रखकर मुद्दों को उठा रहे है | सुनक का दावं है कि इन वोटरों को अपने पक्ष में किया जाए |
प्रतिद्वंदी पेनी को पार्टी वोटरों से मिल रहा सपोर्ट
सुनक कि फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती उनकी निकटम प्रतिद्वंदी पेनी को कंजरवेटिव पार्टी से समर्थन मिल रहा है |कंजर्वेटिव पार्टी के आंतरिक युगाव सर्वे में 27 % मतों के साथ पेनी सबसे आगे है सांसद केमी बडेनोच 15 % मतों के साथ दुसरे नंबर पर है |जबकि ऋषि सुनक और लीज त्रस को 13 % मत मिले है पेनी को श्वेत वोटरों का बहुत ज्यादा समर्थन मिल रहा है |
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